गले में खराश है तो घर में बनाएं काढ़ा | Throat Infection Home Remedies: जब भी मौसम बदलता है तो हमें गले में प्रॉब्लम देखने को मिलती है जैसे गले में ख़राब होना गले में दर्द होना, खासी या जुखाम होना यह सारी समस्या बहुत ही सामान्य है।
बरसात के मौसम में अचानक से हमारे गले में दर्द होने लगता है कभी-कभी थोड़ा दर्द होने लगता है तो कभी सुजान हो जाता है और सांस भी सुनने लगता है या सभी समस्या दूर करने के लिए हम आपको बहुत ही जबरदस्त 100% असरदार घरेलू उपाय बताएँगे. अगर आप इस घरेलू उपाय को एक दिन भी इस्तेमाल करते हैं तो आपको काफी राहत देखने को मिल सकती है। इस घरेलू नुस्खे को बूढ़े बच्चे सभी इस्तेमाल कर सकते हैं
1. अदरक और दालचीनी का काढ़ा (Ginger and Cinnamon Karha)
दालचीनी और अदरक का काढ़ा गले के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है, दोनों गले के बलगम को ठीक करते हैं। और सुजान को काम करते हैं। अदरक बलगम को ठीक करता है और खांसी में काफी आराम दिलाता है। दालचीनी अदरक के फायदे हम सब जानते हैं इसमें एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं ये एंटीबायोटिक से भरा हुआ होता है। यह गले के कितने बैक्टीरिया को नष्ट करता है और हमारा गला बहुत ही जल्दी से ठीक करता है। और सारे दर्द और जकड़न को बाहर निकलता है।
सामग्री:
- एक इंच का टुकड़ा दालचीनी
- एक छोटा अदरक का टुकड़ा (अदरक का टुकड़ा) – लगभग का 1 इंच
- एक गिलास पानी (लगभग 250 मिली)
विधि:
- एक बर्तन में पानी गरम करें।
- गरम होने पर दालचीनी और अदरक का टुकड़ा पानी में दाल दें।
- इसको धीमी आंच पर 5-7 मिनट तक उबालें, ताकि पानी का आधा हिस्सा रह जाए।
- अब गैस बंद कर दें और काढ़ा को कुछ देर ठंडा होने दें।
- ठंडा होने के बाद, कड़ा को चान कर एक कप में दाल लें।
- अगर चाहें तो इसमें शहद या नींबू का रस डाल कर स्वाद अनुसर पियें।
नुस्खे:
अदरक और दालचीनी के गुणों को बेहतर रूप से प्राप्त करने के लिए इसे धीमी आंच पर उबलने से पहले थोड़ी देर तक छोड़ दें।
यादी आपको डायबिटीज है तो शहद इस्तमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
इस तरह से, यह सरल है और आसन काढ़े का सेवन करके आप गले की गले के ख़राश ठीक कर सकते हैं
2. हल्दी और सेंधा नमक का काढ़ा (Turmaric and Rock Salt Karha)
सेंधा नमक में ट्रेस मिनरल्स होते हैं, जो गले के लिए फायदेमंद होते हैं। हल्दी में करक्यूमिन की वजह से गले के सुजान को दर्द को कम करने में सहायता मिल सकती है हल्दी के सेवन से इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में हमारी मदद करता है जिससे गले में इन्फेक्शन से लड़ने की क्षमता बनती है।
सामग्री:
- 1 छम्मच हल्दी (हल्दी पाउडर)
- 1 चम्मच सेंधा नमक (सेंधा नमक)
- एक कप पानी (लगभग 250 मिली)
- शहद (शहद) – वैकल्पिक, स्वाद अनुसार
विधि:
- एक बर्तन में पानी गरम करें।
- गरम होने पर हल्दी और सेंधा नमक पानी दाल में डालें।
- धीमी आंच पर 3-4 मिनट तक उबलने दें, ताकि हल्दी और नमक का पानी में अच्छे से मिक्स हो जाए।
- गैस बंद कर दें और थोड़ा ठंडा होने दें।
- अगर चाहें तो शहद दाल कर अच्छे से मिलायें।
- काढ़े को चान कर एक कप में दाल लें और गरम गरम पियें।
नुस्खे:
इस काढ़े को गले की खराश और दर्द को कम करने के लिए रोजाना पियें।
हल्दी में करक्यूमिन है जो गले के संक्रमण को कम करने में मदद करता है और सेंधा नमक के खनिज लवणों को ठीक करने में सहायक होते हैं।
शहद गले को सुखदायक प्रभाव देता है और काढ़े का स्वाद भी सुधार देता है।
कड़ा गरम या ठंडा दोनो तारिके से पिया जा सकता है, स्वाद अनुसार।
ये काढ़ा आपको गले की खराश से राहत दिलाने में मदद करेगा और गले के संक्रांति को काम करने में मदद मिलेगी।
काली मिर्च और शहद का काढ़ा (Black Pepper and Honey Krha)
काली मिर्च और शहद दोनों गले के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं। क्योंकि इनमें बहुत सारे गुण होते हैं जो गले को इन्फेक्शन से बचाते हैं। और गले के खराश को ठीक करते हैं।काली मिर्च में एंटीबैक्टीरियल गन होते हैं जो गले के खराश को काम करते हैं और काली मिर्च गले में जमी बलगम को भी ठीक करती हैं और खांसी को काम करती हैं। इसमे मौजुद पिपेरिन गले की सुजान को काम करने में सहायक होता है
सामग्री:
- 1 छम्माच काली मिर्च (काली मिर्च पाउडर)
- 1 छम्मच शहद (शहद)
- एक कप पानी (लगभग 250 मिली)
विधि:
- एक बर्तन में पानी गरम करें।
- गरम होने पर काली मिर्च पाउडर पानी में दाल दें।
- धीमी आंच पर 3-4 मिनट तक उबालने दें, ताकि मिर्च का पानी में अच्छे से मिक्स हो जाए।
- गैस बंद कर दें और थोड़ा ठंडा होने दें।
- ठंडा होने के बाद, शहद दाल कर अच्छे से मिलायें।
- काढ़े को चान कर एक कप में दाल लें और गरम गरम पियें।
नुस्खे:
इस काढ़े को गले की खराश और दर्द को कम करने के लिए रोजाना पियें।
काली मिर्च में जीवाणुरोधी गुण होते हैं जो गले के संक्रमण को कम करने में मदद करते हैं।
शहद गले को सुखदायक प्रभाव देता है और काढ़े का स्वाद भी सुधार देता है।
काढ़ा गरम या ठंडा दोनो तारिके से पिया जा सकता है, स्वाद अनुसार।
इस तरह से, ये काली मिर्च और शहद का काढ़ा आपको गले की खराश से राहत दिलाने में मदद करेगा और गले के संक्रमण को कम करने में सहायक होगा।
4. फिटकरी के गरारे (Alum Gargle)
फिटकारी गले की खराश को कम करने में प्रयोग होता है क्योंकि इसमें एंटीसेप्टिक और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं यह गले के खराश को ठीक करने में मदद करता है और गले को संक्रांति को भी कम करने में सहायक होता है फिटकरी से गरारा करने से खराश और दर्द को कम करने में मदद करता है।
सामग्री:
- 1 छोटा छम्मच फिटकरी (फिटकरी पाउडर)
- एक कप गुनगुना पानी (लगभग 250 मिली
विधि:
- एक कटोरी या गिलास में गुनगुने पानी को लें।
- इसमें फिटकारी पाउडर दाल दें और अच्छे से मिलाएं, ताकि फिटकारी पानी में अच्छे से घुल जाए।
- अब इस पानी को थोड़ा ठंडा होने दें, ताकि गरमी से आपका मुंह जल न हो।
- फिटकारी का पानी मुंह में लेकर 30-60 सेकेंड तक गरारा करें।
- गरारा करने के बाद, पानी को थूक दें और फिर से कुछ देर तक गले में रहने दें।
- फिर पानी को थूक दें और मुंह को पानी से धो लें।
नुस्खे:
गरारा सुबह और शाम को करने से अधिक फायदा होता है।
फिटकारी के पानी को ज्यादा मात्रा में ना पियें, एक बार गरारा करने के लिए ही इस्तमाल करें।
अगर आपको फिटकारी से कोई एलर्जी या संवेदनशीलता है, तो इसका इस्तमाल न करें और चिकित्सकों से परामर्श लें।
इस तरह से, फिटकारी का गरारा आपको गले की तकलीफ और संक्रमण से राहत दिलाने में मदद करेगा। ये एक प्राकृतिक और प्रभावी उपाय है,
अगर गले की समस्या गंभीर है या लंबे समय से बनी है, तो चिकित्सक या वैद्य से परामर्श लेना उचित है।
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