Types of Headache: सर दर्द एक नॉर्मल मेडिकल कंडीशन है जो किसी को कभी भी हो सकती है। सर दर्द किसी खास उम्र के लोगों को होने वाली समस्या नहीं है बलकि किसी बूढ़े, जवान, बच्चे तक को भी हो सकती है, सर दर्द सिर के किसी भी हिस्से में हो सकती है, और यह दर्द हल्का या तेज भी हो सकती है।
सर दर्द के प्रकार: Types of Headache
कई प्रकार के होते हैं इनमें अपने कारण होते हैं। सर दर्द का इलाज इसकी टाइप और करण के हिसाब से होता है अगर आपका नॉर्मल सर दर्द है तो इसका घर पर भी इलाज हो सकता है और ठीक किया जा सकता है इस ब्लॉग में हम आपको Types of headache के बारे में बताएंगे, और उसे कैसे ठीक करना है यह भी बताएंगे।
वैसे तो मुख्य Headache दो प्रकार के होते हैं
- प्राथमिक सिरदर्द (Primary Headache)
- द्वितीयक सिरदर्द (Secondary Headache)
लेकिन इसके अलावा और भी कई तरह के सर दर्द हो सकते है, इनमे से कुछ बहुत ही कम समय तक रहते है। और कुछ ऐसे भी सर दर्द है जिनसे हमें जल्दी आराम नहीं मिलता तो इसके लिए हमें डॉक्टर से बिना देर किये संपर्क करना चाहिए आईये जानते है सभी प्रकार के सर दर्द के बारे में।
1. प्राथमिक सिरदर्द: Primary Headache
यह ऐसा सिर दर्द है जो अपने आप में एक मेडिकल कंडीशन है। यह सिर दर्द किसी दूसरी बीमारी या मेडिकल इशू की वजह से नहीं होता है। यह Headache अलग-अलग प्रकार के होते हैं-
2. तनाव के प्रकार सिरदर्द: Tension types of Headache
टेंशन टाइप ऑफ़ Headache एक सामन्य सिर दर्द है, जो सर के दोनों साइड या पीछे के हिस्से में होता है। यह दर्द टाइट बैंड जैसे लगता है,इसमें ऐसा लगता है किसी ने सिर को बहुत जोर से दबाए रखा हो। इसमें बहुत ज्यादा प्रेशर महसूस होता है इसलिए इसे टेंशन टाइप का हेडक कहा जाता है।
3. क्लस्टर सिरदर्द: Cluster headache
यह दर्द आंखों के आसपास महसूस होता है क्लस्टर हेडक ज्यादा खतरनाक होता है। जिसे यह दर्द होता है उसे काफी परेशानी होती है। इसमें दर्द के साथ-साथ आंखों के आसपास रेडनेस सर भरी-भरी सा लगना आंखों में चुभन आंखों से आंसू निकलने जैसी प्रॉब्लम देखने को मिल सकती है।
4. माइग्रेन: Migraines
इसमें सर के एक तरफ बहुत तेज दर्द होता है माइग्रेन के साथ-साथ मतली उलटी भी हो सकती है। यह दर्द प्रकाश या ध्वनि के प्रति संवेद शीलता भी हो सकती है। यह कुछ खाद्य पदार्थों,हार्मोनल परिवर्तन या तनाव के कारण हो सकते हैं।
5. द्वितीयक सिरदर्द: Secondary Headache
Secondary types of headache बहुत रेयर सिर दर्द है। जो बहुत कम लोगों में देखने को मिलता है या दर्द एक से दो सेकंड का होता है। इस Hadache को ice pick headache भी कहते हैं यह एक दिन में बार-बार हो सकता है फिर उसके बाद 1 साल तक नहीं होता है। यह ऐसा दर्द होता है, जो किसी दूसरे मेडिकल कंडीशन या हेल्थ इशू की वजह से होता है। यह सिर दर्द किसी और बीमारी या कंडीशन का symtom होता है। द्वितीयक सिर दर्द कई प्रकार के होते हैं, जो अलग-अलग कंडीशन के कारण होते हैं इसके कुछ कॉमन टाइप्स भी होते हैं।
6. साइनस का इन्फेक्शन: Sinus infection
साइनस सिरदर्द साइनस की सूजन या संक्रमण के कारण होता है। इसमें चेहरे, माथे, और नाक के आसपास दबाव और दर्द महसूस होता है। इस प्रकार के सिरदर्द के साथ नाक का बंद होना, गले में खराश, और बुखार जैसे लक्षण भी हो सकते हैं।
7. ब्लड प्रेशर की वजह से होने वाला सिरदर्द: Hypertensive Headache
हाई ब्लड प्रेशर की की वजह से यह दर्द होता है या दर्द सर के पीछे या दोनों हिस्सों में हो सकता है हाइपरटेंसिव सर दर्द को कंट्रोल रखने के लिए ब्लड प्रेशर को मैनेज करना जरूरी है।
8. सिर पर चोट सिरदर्द: Head injury Headache
यह दर्द ट्रामा या इंजरी के बाद हो सकता है, यह एक सीरियस कंडीशन है जिसमें दिमाग का सतह और स्कूल के बीच में ब्लड क्लोट होता है जो दिमाग प्रेशर को बढ़ा सकता है।
9. दवा का अत्यधिक उपयोग: Medication over use
जब आप नियमित स्तर पर ज्यादा मात्रा में पेन किलर का इस्तेमाल करते हैं तो सर दर्द और बढ़ सकता है। इस तरह के दर्द को रिबॉन्ड सर दर्द भी कहते हैं। आप जितना ज्यादा मेडिकेशन उसे करते हैं सर दर्द उतना ज्यादा बढ़ता जाता है।
10. मस्तिष्क ट्यूमर या संक्रमण: Brain Tumors or Infection
ब्रेन ट्यूमर एक एब्नार्मल ग्रोथ है, जो दिमाग के टिशूज में बढ़ता है जब दिमाग के टिशूज में बैक्टीरिया वायरस या फंगी के वजह से इंफेक्शन होता है।
11. कैफीन सिरदर्द (Caffeine Headache)
यह दर्द कैफीन का बहुत ज्यादा सेवन करने की वजह से या अचानक उसकी मात्रा कम करने से हो सकता है। कैफीन एक उत्तेजक पदार्थ है, जो हमारे दिमाग में खून के बहाव को प्रभावित कर सकता है। कैफीन सिरदर्द के लक्षण हल्के से लेकर मध्यम हो सकते हैं और यह तब तक रह सकता है जब तक कि शरीर कैफीन के बिना सामान्य होने लगता है।
12. रेफ्रेक्टिव एरर सिरदर्द (Refractive Error Headache)
सोचिए, आप पूरे दिन कंप्यूटर स्क्रीन पर काम कर रहे हैं और अचानक माथे में या आंखों के आसपास दर्द महसूस होता है। यह दृष्टि दोष के कारण होने वाला सिरदर्द है। जब आपकी आंखों को साफ देखने में दिक्कत होती है, तो यह सिरदर्द पैदा कर सकता है। लेकिन अच्छी खबर यह है कि सही चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस का उपयोग करके इसे आसानी से दूर किया जा सकता है।
सर दर्द को ठीक करने के लिए घरेलू उपाय
सर दर्द को आप दूर करने के लिए कुछ सामान्य घरेलू उपाय कर सकते हैं। अपनी लाइफ स्टाइल चेंज कर सकते हैं,अगर सिर दर्द बहुत ज्यादा और लगातार बना रहता है तो आप डॉक्टर से सलाह ले। हम आपको कुछ प्रभावकारी उपाय बताएंगे जिसके मदद से आप सर दर्द से छुटकारा पा सकते हैं।
1. खुद को आराम दें: Relaxation
अगर आपको ज्यादा सर दर्द हो रहा है तो आप एक शांत अंधेरी कमरे में कुछ समय रहिए उससे आपको सर दर्द में काफी राहत मिल सकता है अक्सर लोग सर के दर्द से आराम पाने के लिए आराम करते हैं।
2. हाइड्रेटेड रहें: Hydration
डिहाइड्रेशन सर दर्द का एक सामान्य कारण हो सकता है, इसलिए शरीर में पानी की कमी न होने दें। अगर हम ज्यादा से ज्यादा खुद को हाइड्रेट रखते हैं तो सर दर्द से छुटकारा मिल सकता है।
3. ठंडा और गर्म सेक: Cold and warm Compress
अगर आपके सिर में दर्द हो रहा है तो आप सर के इफेक्ट एरिया पर कोल्ड कंप्रेस आइस पैक या वार्म कंप्रेस गरम कपड़ा रखते हैं तो दर्द से राहत मिल सकता है।
4. मालिश: Massage
सर दर्द से राहत पाने के लिए आप हेड मसाज और कंधे पर मसाज कर सकते हैं मसाज से ब्लड सर्कुलेशन अच्छे से होता है और टेंशन और दर्द कम हो सकता है।
5. कैफिन: Caffeine
सर दर्द के आराम के लिए आप थोड़ी सी caffin ( एक कप काफी) से सिर दर्द में आराम देखने को मिल सकता है, लेकिन ध्यान रखे कॉफी का ज्यादा मात्रा मे सेवन ना करे इससे सिर दर्द बढ़ सकता हैं
6. नींद पूरी करें: Proper sleep
ज्यादातर नींद पुरी ना होने के वज़ह से सिर भारी-भारी रहता है और दर्द बना रहता है । अच्छी तरह नींद लेने से आपको सिर दर्द की समस्या कम हो सकती हैं।
7. जीवनशैली में बदलाव: Lifestyle change
- नियमित व्यायाम हम सभी जानते हैं फिजिकल एक्टिविटी से स्ट्रेस कम होता है और हमारे समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है। एक्सरसाइज से सिर दर्द से बचने और कम करने में मददगार साबित हो सकता है।
- अपने आहार में स्वस्थ आहार शामिल करें और प्रिजर्वेटिव फूड से बचना चाहिए । कभी-कभी गलत खाने की वजह से भी सिर दर्द देखने को मिलता है।
- नियमित ब्रेक ज्यादा घंटे के लिए कंप्यूटर स्क्रीन देखने से, एक ही पोस्चर में बैठने से बचना चाहिए । यह भी सर दर्द का कारण बन सकता है।
सिरदर्द को कैसे रोका जा सकता है | How can prevent headache:
यह टिप्स आपके सिर दर्द से बचाने में मददगार साबित हो सकता है-
- अपनी लाइफ स्टाइल चेंज करें।
- डेली एक समय पर ही सोए।
- अपने आहार में हेल्दी डाइट शामिल करें।
- ज्यादा से ज्यादा पानी पिए खुद को हाइड्रेट रखें।
- रेग्युलर एक्सरसाइज करें।
- आर्ट म्यूजिक या राइटिंग जैसी एक्टिविटीज करें।
- फ्रेंड या फैमिली से बात करें।
- लंबा गहरा सांस ले।
- रेगुलर मेडिकल चेकअप करवाए ।
सर दर्द को चुटकी में खत्म करेंगे ये घरेलू नुस्खे : Sir Dard Ki Dawa
इन टिप्स को अपना कर आप अपने सिर दर्द को कम कर सकते हैं और अपने समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।
बार-बार सिरदर्द होना सामान्य नहीं है और यह किसी स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है। अगर आपको अक्सर सिरदर्द होता है, तो इसका कारण जानने के लिए डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है।
माइग्रेन सिरदर्द सिर के एक हिस्से में तेज़ धड़कन जैसा दर्द, मितली, और रोशनी/आवाज़ के प्रति संवेदनशीलता के साथ होता है। इसका इलाज डॉक्टर की सलाह से दवाओं और आराम के साथ किया जा सकता है। अंधेरे और शांत माहौल में आराम करना फायदेमंद है।
क्लस्टर सिरदर्द आंख के आसपास तेज़ दर्द के रूप में होता है। इससे निपटने के लिए डॉक्टर से सलाह लें। ऑक्सीजन थेरेपी और कुछ दवाएं राहत दे सकती हैं।
कंप्यूटर से होने वाले सिरदर्द से बचने के लिए हर 20 मिनट में कुछ सेकंड के लिए दूर की वस्तु देखें। स्क्रीन की ब्राइटनेस को समायोजित करें और एंटी-ग्लेयर स्क्रीन का उपयोग करें।