आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और गलत खान-पान की वजह से पेट से जुड़ी परेशानियां आम हो गई हैं। इनमें सबसे बड़ी परेशानी है कब्ज। जब पाचन तंत्र ठीक से काम नहीं करता, तो शरीर में कई समस्याएं जन्म ले सकती हैं, जैसे एसिडिटी, गैस, सिरदर्द, त्वचा संबंधित समस्याएं, और यहां तक कि मोटापा भी। लेकिन अच्छी बात यह है कि आयुर्वेद में कुछ बेहतरीन घरेलू नुस्खे हैं जो बिना किसी साइड इफेक्ट के कब्ज को जड़ से खत्म कर सकते हैं।
तो अगर आप भी कब्ज की समस्या से परेशान हैं, तो इस ब्लॉग के माध्यम से आज हम आपको दो ऐसे शक्तिशाली प्राकृतिक उपचारों के बारे में बताएंगे जो हजारों सालों से आयुर्वेद में उपयोग किए जा रहे हैं और पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखने में कारगर हैं। यह दोनों चीजें कब्ज को पूरी तरह से कैसे खत्म कर सकती हैं, जानने के लिए ब्लॉग को अंत तक पढ़ें।
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त्रिफला
त्रिफला तीन शक्तिशाली औषधीय फलों – हरण, बहेड़ा, और आंवला का मिश्रण है। यह आयुर्वेद की सबसे प्रसिद्ध औषधियों में से एक है जो पाचन तंत्र को संतुलित रखने में मदद करती है।
त्रिफला कब्ज में कैसे मदद करता है?
त्रिफला में मौजूद फाइबर और प्राकृतिक रेचक गुण आंतों की सफाई करते हैं और मल त्याग को आसान बनाते हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और पोषक तत्व पाचन क्रिया को सुधारते हैं। यदि आपके पेट में भारीपन या गैस की समस्या है, तो त्रिफला इसे दूर करने में मदद करता है। इसके अलावा, यह लीवर को स्वस्थ रखता है, जिससे शरीर में टॉक्सिन्स जमा नहीं होते हैं और पाचन अच्छा रहता है।
त्रिफला का सेवन कैसे करें?
रात को सोने से पहले एक गिलास गुनगुने पानी में आधा चम्मच त्रिफला चूर्ण मिलाएं और इसे पी लें। आप इसे शहद या नींबू के साथ भी ले सकते हैं। यह रात भर आंतों की सफाई करेगा और सुबह पेट को अच्छे से साफ करेगा। नियमित रूप से 10 से 15 दिन तक सेवन करने से कब्ज की समस्या पूरी तरह से ठीक हो सकती है।
एलोवेरा जूस
एलोवेरा को पाचन तंत्र के लिए रामबाण इलाज माना जाता है। इसके जूस में मौजूद प्राकृतिक गुण आंतों को अंदर से साफ करते हैं और मल त्याग को आसान बनाते हैं।
एलोवेरा जूस के कब्ज में लाभ
एलोवेरा में लैक्सेटिव गुण मल को नरम बनाते हैं और इसे आसानी से बाहर निकलने में मदद करते हैं। यह आंतों की सूजन कम करता है और उनकी कार्यक्षमता को बढ़ाता है। इसके अलावा, कब्ज का एक कारण शरीर में पानी की कमी भी हो सकता है। एलोवेरा जूस शरीर को हाइड्रेट करता है और आंतों की नमी को बनाए रखता है, एसिडिटी, गैस, और अन्य समस्याओं से राहत दिलाता है।
एलोवेरा जूस का सेवन कैसे करें
सुबह खाली पेट आधा कप गुनगुने पानी में 20 से 30 मि.ली. एलोवेरा जूस मिलाकर पिएं। स्वाद के लिए इसमें शहद या नींबू भी मिला सकते हैं। सिर्फ 7 से 10 दिन नियमित रूप से लेने से कब्ज में जबरदस्त सुधार देखने को मिल सकता है।
ध्यान देने योग्य बातें
- त्रिफला और एलोवेरा जूस के साथ रोजाना दो से तीन लीटर पानी पिएं।
- फाइबर युक्त भोजन करें, जैसे हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज आदि खाएं।
- ज्यादा देर तक बैठकर काम करने से बचें, चाय और कॉफ़ी की जगह हर्बल टी पिएं।
- तले-भुने और प्रोसेस्ड फूड से बचें।
इन आदतों को अपनाने से आपको कब्ज की समस्या दोबारा नहीं होगी। यदि आप कब्ज से परेशान हैं और बार-बार दवाइयों का सहारा लेते हैं, तो अब समय आ गया है कि आप प्राकृतिक और आयुर्वेदिक उपायों को अपनाएं। त्रिफला और एलोवेरा जूस न सिर्फ कब्ज को जड़ से खत्म करते हैं, बल्कि संपूर्ण पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाते हैं।
इन दोनों चीजों का नियमित रूप से सेवन करें और हेल्दी लाइफ़स्टाइल अपनाएं, ताकि पेट से जुड़ी कोई भी समस्या आपको दोबारा परेशान न करे।
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