आजकल ज्यादातर लोग रात को सोने से पहले मोबाइल स्क्रॉल करना पसंद करते हैं। इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप, यूट्यूब या फिर कोई वेब सीरीज, कुछ न कुछ देखने में घंटों बीत जाते हैं। आपको भी लगता होगा कि यह तो नॉर्मल आदत है, लेकिन क्या आपको पता है कि यह आदत आपकी सेहत के लिए कितनी खतरनाक हो सकती है? अब तक कई रिसर्च सामने आ चुकी हैं, जो यह साबित करती हैं कि सोने से पहले मोबाइल स्क्रीन देखना कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। तो चलिए जानते हैं कि यह आदत कैसे आपकी सेहत पर असर डालती है और इससे बचने के लिए क्या किया जा सकता है।
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नींद की समस्या (Insomnia) का खतरा
जब आप रात को मोबाइल देखते हैं, तो आपकी आंखें लगातार स्क्रीन की ब्लू लाइट के संपर्क में रहती हैं। यह लाइट आपके दिमाग को यह महसूस ही नहीं होने देती कि अब सोने का समय हो गया है। मेलाटोनिन नाम का हार्मोन, जो शरीर को सोने का संकेत देता है, इसकी मात्रा घटने लगती है। नतीजा? आपको नींद आने में देर लगती है, कभी-कभी तो आधी रात तक नींद आती ही नहीं। धीरे-धीरे यह समस्या इनसोम्निया (Insomnia) का रूप ले सकती है, जिससे आपकी पूरी हेल्थ पर असर पड़ सकता है।
आंखों पर बुरा असर
रात को अंधेरे में मोबाइल स्क्रॉल करना आंखों के लिए बेहद नुकसानदायक होता है। लगातार स्क्रीन देखने से आंखों में ड्राइनेस, जलन और रेडनेस होने लगती है। कुछ लोग तो यह भी महसूस करते हैं कि उनकी नजर कमजोर हो रही है। रिसर्च बताती हैं कि लगातार मोबाइल देखने से आंखों पर प्रेशर बढ़ जाता है, जिससे आंखों की हेल्थ खराब होती जाती है।
दिमाग पर पड़ता है गहरा असर
मोबाइल की ब्लू लाइट सिर्फ आंखों पर ही नहीं, बल्कि दिमाग पर भी असर डालती है। जब आप रात को सोने से पहले घंटों मोबाइल चलाते हैं, तो आपका दिमाग पूरी तरह एक्टिव हो जाता है। इससे न केवल नींद खराब होती है, बल्कि स्ट्रेस और एंग्जायटी भी बढ़ जाती है। बहुत सारे लोग यह महसूस करते हैं कि सुबह उठने पर भी उनका दिमाग भारी लगता है, जो कि इसी आदत का नतीजा है।
डिप्रेशन और मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम्स
अगर आप रोज रात को देर तक मोबाइल यूज करते हैं, तो यह आपकी मेंटल हेल्थ को भी नुकसान पहुंचा सकता है। सोशल मीडिया पर हर कोई अपनी परफेक्ट लाइफ दिखाता है, और जब हम इसे देखते हैं, तो हमें अपनी लाइफ कमतर लगने लगती है। कई रिसर्च यह भी कहती हैं कि सोशल मीडिया का ज्यादा इस्तेमाल डिप्रेशन, लो सेल्फ-एस्टीम और नेगेटिव थिंकिंग को बढ़ावा देता है। अगर आप देर रात तक मोबाइल स्क्रॉल करते हैं, तो धीरे-धीरे इसका असर आपकी मानसिक सेहत पर दिखने लगता है।
मोटापा और डायबिटीज का बढ़ता खतरा
सुनने में अजीब लग सकता है, लेकिन देर रात तक मोबाइल देखने की आदत का असर आपकी बॉडी पर भी पड़ता है। जब आप देर तक जागते हैं, तो आपकी बॉडी का मेटाबॉलिज्म स्लो होने लगता है। इसका सीधा असर आपके वेट पर पड़ता है और धीरे-धीरे मोटापा बढ़ने लगता है। इतना ही नहीं, रिसर्च यह भी कहती हैं कि जो लोग रात को देर तक जागते हैं, उनका ब्लड शुगर लेवल भी बिगड़ने लगता है, जिससे डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।
हार्ट डिजीज का खतरा
अगर आप सोच रहे हैं कि मोबाइल देखने से हार्ट को क्या नुकसान हो सकता है, तो यह जान लें कि नींद की कमी, स्ट्रेस और अनहेल्दी लाइफस्टाइल—ये सभी हार्ट प्रॉब्लम्स को जन्म देते हैं। जब आप देर रात तक मोबाइल यूज करते हैं, तो आपका ब्लड प्रेशर असंतुलित होने लगता है, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
कैसे बचें इस आदत से?
अगर आप चाहते हैं कि आपकी सेहत पर मोबाइल देखने का बुरा असर न पड़े, तो आपको कुछ आसान आदतें अपनानी होंगी। सबसे पहले, सोने से कम से कम 30-45 मिनट पहले मोबाइल को बंद करने की आदत डालें। अगर आपको मोबाइल के बिना नींद नहीं आती, तो रात को कोई किताब पढ़ें या रिलैक्सिंग म्यूजिक सुनें। बेडरूम में मोबाइल चार्जिंग से दूर रखें, ताकि आपको बार-बार चेक करने का मन न करे।
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