बच्चों को अगर खिला रहे है ये चीजें तो हो सकता है खतरा

5 साल से कम उम्र के बच्चों को  बहुत सी Nutrition और पोषक तत्व की आवश्यकता होती हैं। क्योंकि इस उम्र में बच्चा बहुत सारी activity करता है। इस उम्र में हम उसके डाइट पर ध्यान नहीं देंगे तो बच्चा धीरे-धीरे कमजोर होने लगता है,5 साल की उम्र में बच्चों पर मानसिक दबाव ज्यादा पड़ता है, क्योंकि बच्चा पहली बार स्कूल जाता है।  बहुत से लोगों से मिलता है। ऐसे में बच्चों की मानसिक और शारीरिक स्वस्थ के लिए एक स्वस्थ आहार योजना(healthy Diet Plan) बहुत जरूरी है।

बच्चों को ना खिलाये ये 5 चीजें :

बच्चों को

चॉकलेट Chocolate / कैफीन (Caffin)

कैफीन कॉफ़ी में हो या चॉकलेट में बच्चों के लिए दोनों नुकसानदायक हो सकती है. कैफीन इन बच्चे के भूख को बिलकुल कम कर देती हैं.बच्चे कमजोर और अस्वस्थ होने लगते हैं.बच्चों के लिए कैफीन बिलकुल भी सुरक्षित नही होता हैं ।, कैफीन बच्चों के ब्रेन पर काफी नुकसान पहुंचाता हैं.

कैफीन बच्चों के ब्रेन पर काफी नुकसान पहुंचाता हैं, हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार एक्सपर्ट के अनुसार बड़ो की तुलना में बच्चों का दिमाग अति संवेदन शील होता है, इसलिए छोटे बच्चों को कॉफ़ी या चाय पिलाना नुकसानदेह साबित हो सकता हैं. साथ ही उन्हें नींद संबंध समस्याएं होने लगती हैं कॉफी के सेवन से बच्चों का तनाव स्तर बढ़ जाता है। बच्चे चिड़चिड़े और कामजोर होने लगते हैं। अगर आप भी चाहते हैं कि आपका बच्चा स्वस्थ रहे तो अपने बच्चों के लिए स्वस्थ आहार योजना बनाएं।

फास्ट फूड (Fast Food)

फास्टफूड बच्चो का पसंदीदा भोजन है।  इसे बच्चों के लिए सबसे ज्यादा खाना पसंद है फास्ट फूड बच्चों के इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करता है और जंक फूड से आपके बच्चों को जरूरी पोषण भी नहीं मिलता। बच्चों के लिए एक स्वस्थ आहार लेना बहुत जरूरी है।  इस उमर में बच्चे के बहुत सारे अंग बन रहे हैं। जिनके लिए उनके बहुत से पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है।

मिठाई (Sweet)

Sweet-बदलते समय के साथ-साथ लोग अपने खान-पान में भी बदलाव ला रहे हैं और साथ-साथ अपने बच्चों को भी बाहर की चीज खाने की आदत डाल रहे हैं और बच्चों को चॉकलेट कैंडी मिठाई खाना बहुत पसंद करते हैंजो उनके दांतों में चिपक जाती है और दांतों की कैविटी में चिपक कर उनको सदने का काम करने लगता है ऐसे प्रोडक्ट में चीनी बहुत ज्यादा मात्रा नहीं होती है बच्चों के दांतों को खराब कर देती है और चीनी हमारे दांतों की सबसे बड़ी दुश्मन है, इसलिए अपने बच्चों के दैनिक आहार में इन खाने को कम से कम शामिल करें।

फ्रोजेन फूड (Frozen Food )

फ्रोजन फूड में फैट की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जो खून के खराब कोलेस्ट्रॉल के लेबल को बढ़ा सकता है, जिससे हृदय से जूड़ी बीमारियां होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है और इस प्रकार के भोजन में प्रिजर्वेटिव सोडियम की मात्रा बहुत अधिक होती है जो सोडियम से ब्लड प्रेशर बढ़ाने का खतरा बढ़ा सकता है।वही प्रिजर्वेटिव नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकते हैं अपने बच्चों को स्वस्थ और तंदुरुस्त रखने के लिए लंबे समय तक पैक करके रखे गए फ्रोजन फूड की जगह घर का अपना ताजा खाना खिलाएं।

नमक की अधिकता (Excess Salt)

नमक में सोडियम की मात्रा अधिक होती है, एक्सपोर्ट का मनाना है कि 2 से 3 साल के बच्चों को प्रतिदिन एक ग्राम से भी कम नमक की आवश्यकता होती है और माँ की दूध में सोडियम की अच्छी मात्रा होती है। इसलिए इन्हें अतिरिक्त नमक देने की जरूरत नहीं है।  एक ग्राम से ज्यादा नमक का सेवन करने से बच्चे की किडनी खराब होने का भी संदेश हो सकता है।इसलिए जब बच्चों को ज्यादा नमक देते हैं तो उनका पाचन तंत्र उन्हें पचा नहीं पाता है। इसलिए बच्चों की पाचन तंत्र खराब होने की समस्या बढ़ सकती है।अपने बच्चों के खान-पान का ध्यान रखना बेहद जरूरी है क्योंकि यह समय बच्चों के विकास के लिए महत्वपूर्ण होता है। अपने बच्चों के आहार में फल फल हरी सब्जियाँ घर का बना ताजा खाना शामिल करें

Leave a Comment