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1 महीने से पीरियड नहीं आया तो क्या करें – जानिए कारण और समाधान

हर महिला की ज़िंदगी में मासिक धर्म यानी पीरियड्स एक सामान्य जैविक प्रक्रिया होती है। ये एक ऐसा संकेत है जो महिला के शरीर में प्रजनन से जुड़ी गतिविधियों को दर्शाता है। लेकिन जब समय पर पीरियड्स नहीं आते या एक महीने से ज़्यादा समय हो जाए और फिर भी पीरियड न हो, तो यह चिंता का विषय बन सकता है। ऐसे में अक्सर दिमाग में पहला सवाल आता है – 1 महीने से पीरियड नहीं आया तो क्या करें?

इस ब्लॉग में हम इस सवाल का जवाब विस्तार से देंगे – कारणों से लेकर घरेलू उपाय, डॉक्टर से कब मिलें, क्या जांच कराएं और क्या न करें, सबकुछ।

सबसे पहले यह समझें – हर देरी प्रेग्नेंसी नहीं होती

जब पीरियड लेट होता है तो ज़्यादातर महिलाएं या लड़कियां सोचती हैं कि कहीं वो प्रेग्नेंट तो नहीं हो गईं। हालांकि, ये ज़रूरी नहीं कि हर बार पीरियड का न आना प्रेग्नेंसी की वजह से हो। इसके पीछे कई और कारण हो सकते हैं जैसे हार्मोनल बदलाव, तनाव, वजन में उतार-चढ़ाव या जीवनशैली में बदलाव।

इसलिए सबसे पहले घबराएं नहीं। स्थिति को समझना ज़रूरी है।

1 महीने से पीरियड नहीं आया तो क्या करें – संभावित कारण

1 महीने से पीरियड नहीं आया तो क्या करें

 तनाव और मानसिक थकावट

तनाव शरीर के हार्मोनल संतुलन को बिगाड़ सकता है। अगर आप लगातार तनाव में हैं, नींद नहीं पूरी हो रही या मानसिक रूप से थका हुआ महसूस कर रही हैं, तो इससे पीरियड्स में देरी हो सकती है।

 वजन में बदलाव

बहुत तेज़ी से वजन बढ़ना या कम होना भी पीरियड्स को प्रभावित कर सकता है। बहुत पतली या बहुत मोटी महिलाओं को अनियमित पीरियड्स की समस्या हो सकती है।

 थायरॉइड की समस्या

थायरॉइड हार्मोन का असंतुलन भी मासिक धर्म को प्रभावित करता है। हाइपोथायरॉइडिज्म या हाइपरथायरॉइडिज्म दोनों ही स्थितियों में पीरियड्स लेट हो सकते हैं।

 पीसीओडी / पीसीओएस (PCOD/PCOS)

आजकल कई महिलाओं को पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम की समस्या होती है। इसमें अंडाशय में छोटे-छोटे सिस्ट बन जाते हैं जिससे पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं या रुक जाते हैं।

 अधिक व्यायाम या फिजिकल एक्टिविटी

अगर आप अचानक बहुत ज़्यादा वर्कआउट करने लगी हैं या आपकी शारीरिक मेहनत बढ़ गई है, तो इससे भी हार्मोनल बदलाव हो सकते हैं और पीरियड लेट हो सकता है।

 गर्भधारण

अगर आप यौन सक्रिय हैं और एक महीना हो गया है, तो प्रेग्नेंसी की संभावना को नकारा नहीं जा सकता। ऐसे में सबसे पहले प्रेग्नेंसी टेस्ट करना चाहिए।

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1 महीने से पीरियड नहीं आया तो क्या करें

1 महीने से पीरियड नहीं आया तो क्या करें

 घरेलू प्रेग्नेंसी टेस्ट करें

सबसे पहले यह पता करें कि आप गर्भवती तो नहीं हैं। इसके लिए किसी भी मेडिकल स्टोर से प्रेग्नेंसी टेस्ट किट लेकर टेस्ट करें। पहली पेशाब में टेस्ट करना ज्यादा सटीक रहता है।

 खानपान में सुधार करें

अपने आहार में आयरन, कैल्शियम और विटामिन्स से भरपूर चीजें शामिल करें। अधिक जंक फूड, फैट और मीठा खाने से बचें।

 शरीर को आराम दें

अगर आप थकी हुई हैं या नींद पूरी नहीं हो रही तो सबसे पहले अपने शरीर को आराम दें। अच्छी नींद और तनाव मुक्त जीवन पीरियड्स को समय पर लाने में मदद करते हैं।

 अदरक और गुड़ का सेवन

अदरक और गुड़ शरीर में गर्मी बढ़ाकर पीरियड्स लाने में मदद करते हैं। आप अदरक की चाय में थोड़ा गुड़ मिलाकर दिन में एक बार ले सकती हैं।

 तुलसी और शहद

तुलसी की कुछ पत्तियों को गर्म पानी में उबालकर उसमें शहद मिलाएं और रोज़ पिएं। ये पीरियड्स के लिए फायदेमंद माना जाता है।

 हल्का व्यायाम

हल्के योगासन, विशेषकर “भुजंगासन” और “सुप्त बद्धकोणासन” पीरियड्स लाने में सहायक माने जाते हैं। लेकिन बहुत अधिक वर्कआउट न करें।

कब डॉक्टर से संपर्क करें?

अगर आपने घरेलू उपाय कर लिए हैं, टेस्ट भी निगेटिव है और फिर भी:

2 महीने से ज़्यादा समय हो गया है और पीरियड नहीं आए

निचले पेट में दर्द या भारीपन महसूस हो रहा है

बार-बार पीरियड मिस हो रहा है

चेहरे पर बाल आने लगे हैं या वजन तेजी से बढ़ रहा है

तो इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें। तुरंत किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें।

कौन-कौन सी जांच करवाई जा सकती हैं?

डॉक्टर आपकी स्थिति के अनुसार कुछ ज़रूरी जांच करवा सकते हैं जैसे:

अल्ट्रासाउंड (पेट या आंतरिक)

ब्लड टेस्ट (हार्मोन लेवल चेक करने के लिए)

थायरॉइड प्रोफाइल

पीसीओडी/पीसीओएस की जांच

इन जांचों से सही कारण पता चलने के बाद इलाज शुरू किया जा सकता है।

क्या ना करें?

बिना डॉक्टर की सलाह के कोई हार्मोनल दवा न लें।

इंटरनेट पर किसी भी नुस्खे को आंख बंद करके न अपनाएं।

घबराएं नहीं, खुद को दोष न दें।

अनावश्यक तनाव लेने से बचें।

अगर आपके मन में यह सवाल है कि 1 महीने से पीरियड नहीं आया तो क्या करें, तो घबराने की ज़रूरत नहीं है। पहले कारण समझें, घरेलू उपाय अपनाएं और अगर स्थिति न सुधरे तो डॉक्टर से मिलें। हर महिला का शरीर अलग होता है, इसलिए इलाज भी व्यक्ति विशेष के अनुसार ही होना चाहिए।

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ध्यान रखें – समय पर इलाज और सही जानकारी ही आपकी सेहत की कुंजी है।

पीसीओडी में पीरियड क्यों रुकता है?

PCOD (Polycystic Ovarian Disease) एक हार्मोनल समस्या है, जिसमें अंडाशय में छोटे-छोटे सिस्ट (गांठें) बन जाते हैं। इसकी वजह से ओव्यूलेशन में गड़बड़ी होती है और पीरियड्स अनियमित या बंद हो सकते हैं। इस स्थिति में समय पर पीरियड्स आना कठिन हो सकता है और कभी-कभी महीनों तक पीरियड नहीं आते।

पीसीओडी के लक्षण:

  • बार-बार पीरियड मिस होना
  • चेहरे, छाती या पेट पर बाल आना
  • वजन का तेजी से बढ़ना
  • मुंहासे या तैलीय त्वचा
  • गर्भधारण में कठिनाई

पीसीओडी के घरेलू उपाय

मेथी दाना (Fenugreek Seeds)

एक गिलास पानी में एक चम्मच मेथी दाना रातभर भिगो दें। सुबह खाली पेट इसे छानकर पिएं। यह हार्मोन बैलेंस करने में मदद करता है।

दालचीनी पाउडर

आधा चम्मच दालचीनी पाउडर एक गिलास गर्म पानी में मिलाकर रोज पिएं। यह इंसुलिन लेवल और हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।

एलोवेरा जूस

ताजे एलोवेरा जेल में थोड़ा शहद मिलाकर खाली पेट सेवन करें। यह पीरियड को नियमित करने में सहायक है।

तुलसी के पत्ते

तुलसी की 5-7 पत्तियां रोज चबाना या तुलसी की चाय पीना पीसीओडी के लिए लाभकारी होता है।

त्रिफला चूर्ण

रोज रात को सोने से पहले एक चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लेने से पेट साफ रहता है और हार्मोनल बैलेंस सुधरता है।

पीरियड लाने के लिए असरदार योगासन

1 महीने से पीरियड नहीं आया तो क्या करें

योग न केवल मानसिक शांति देता है बल्कि हार्मोनल सिस्टम को भी संतुलित करता है, जिससे पीरियड्स समय पर आने लगते हैं।

भुजंगासन (Cobra Pose)

यह आसन पेट के निचले हिस्से पर खिंचाव डालता है, जिससे अंडाशय की गतिविधि बेहतर होती है।

कैसे करें- पेट के बल लेट जाएं, हाथों को कंधों के पास रखें और धीरे-धीरे सिर और छाती ऊपर उठाएं। 10-15 सेकंड तक रुकें।

सुप्त बद्धकोणासन (Reclining Butterfly Pose)

यह आसन पेट, जांघ और प्रजनन अंगों पर असर डालता है।

कैसे करें- पीठ के बल लेटें, घुटनों को मोड़ें और तलवों को आपस में मिलाएं। घुटनों को ज़मीन की ओर गिरने दें और आराम करें।

सेतुबंधासन (Bridge Pose)

इस आसन से पेल्विक एरिया में ब्लड फ्लो बढ़ता है, जिससे पीरियड्स में मदद मिलती है।

शवासन (Relaxation Pose)

यह तनाव को कम करने और मानसिक शांति देने में बेहद प्रभावी है।

अतिरिक्त सुझाव – पीरियड्स को नियमित रखने के लिए

डेली रूटीन बनाएं- एक तय समय पर सोना, उठना और खाना हार्मोन बैलेंस को सुधारता है।

कैफीन और चीनी कम करें- ज़्यादा चाय, कॉफी और मीठा हार्मोनल असंतुलन को बढ़ा सकते हैं।

प्लास्टिक से बनी चीज़ों का उपयोग कम करें- प्लास्टिक में मौजूद केमिकल्स (जैसे BPA) हार्मोन पर बुरा असर डाल सकते हैं।

हर्बल टी का सेवन- जैसे अशोक की छाल, शतावरी या चंद्रप्रभा वटी, आयुर्वेद में इन्हें मासिक धर्म को नियमित करने वाला माना गया है।

1 महीने से पीरियड नहीं आया तो क्या करें – इसका जवाब सिर्फ प्रेग्नेंसी टेस्ट से नहीं, बल्कि जीवनशैली की गहराई से जांच करके ही मिलता है। कारण कई हो सकते हैं – तनाव, वजन, पीसीओडी, थायरॉइड, या कोई और हार्मोनल समस्या। ऐसे में जरूरी है कि आप खुद को समझें, शरीर को समय दें और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह लें।

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