तनाव (Stress) और अच्छी सेहत के लिए प्रकिर्तिक तनाव प्रबंधन तकनीक (Wellhealthorganic Stress Management Technique) : आजकल हम सबके मुंह से सुनते है हर छोटी छोटी बात पर कोई भी आसानी से बोल देता है की बहोत स्ट्रेस है या मैं बहोत तनाव (Stress) में हूँ। हम सभी का जीवन हर दिन किसी न किसी चुनौतियों से भरा होता है, चाहे वो ऑफिस की टेंशन हो या या कोई घरेलु समस्याएं, या हमारा स्वास्थय या कोई पैसों की ही समस्या क्यों न हो कोई न कोई टेंशन हमारे दिमाग में हमेशा चलती ही रहती है, जिसके बारे में हम हमेशा सोच के चिंतित रहते है। पर क्या यही तनाव (Stress) है? आइये जानते हैं:-
स्ट्रेस क्या है ? | What is Stress ?
स्ट्रेस की बड़ी आसान सी परिभाषा है ऐसा कोई भी काम जो हमारी छमता से बाहर हो और हमें उसे करना करना जरूरी हो वही स्ट्रेस होता है, और सरल भाषा में कहें तो हम जैसा चाहते हैं अगर वैसा न हो तो तनाव(Stress) होता है।
ये कुछ भी हो सकता है जैसे अगर आप नौकरी कर रहें है तो आपके टारगेट का प्रेशर हो सकता है, अगर आपके पास खर्चे के लिए पैसे नहीं हैं तो इससे भी आपको स्ट्रेस हो सकता है। या आपको अगर कोई गंभीर बीमारी है उसका भी स्ट्रेस हो सकता है ऐसे बहुत सारे उदाहरण है स्ट्रेस के जैसे:-
तनाव (Stress) के कुछ उदाहरण
- अगर आपका बच्चा स्कूल में है और आपके पास उसके अगले महीने की फीस भरने के पैसे नही है तो आप उसके बारे में सोच के हर कोशिश करते हैं, पर पैसे का इंतज़ाम नहीं हो पा रहा है यही तनाव (Stress) है।
- आजकल सबसे आम समस्या अगर आप किसी से प्रेम करते है और आपका उससे कोई बड़ा झगड़ा हो जाये जिससे वो आपसे रिश्ता ख़त्म करके दूर चले जाएँ पर आप उन्हें खोना नहीं चाहते तो ये भी एक तनाव (Stress) है।
- अगर आपको कहीं समय पर पहुँचना है पर आपके पास वहां पहुंचने के लिए पर्याप्त समय नहीं है तो भी आप तनाव महसूस करते हैं।
ज्यादा तनाव(Stress) लेने से क्या नुकसान हो सकता है ?
ज्यादा तनाव के कारण हमारे दिमाग से कुछ हार्मोन्स निकलते हैं जिनका नाम है एड्रेनलीन और कोर्टिसोल (Adrenaline & Cortisol) है, ये हार्मोंस हमारे शरीर के एंडोक्राइन सिस्टम (Endocrine System) के द्वारा हमारे शरीर में जाता है और इसकी वजह से स्ट्रेस के कई सारे नुक्सान होते हैं।
तनाव(Stress) की वजह से होने वाली कुछ मुख्य समस्याएं
- रक्त चाप का बढ़ना (High Blood Pressure) : बहुत ज्यादा तनाव की वजह से रक्तचाप (Blood Pressure) बढ़ सकता है।
- खून में चर्बी का बढ़ना (Cholesterol & Triglycerides) : हमारे लिवर में मौजूद Cholesterol & Triglycerides हमारे खून में रिलीज़ हो जाते है जिससे हमारे खून में चर्बी बढ़ सकता है।
- प्रतिरोधक क्षमता को कम करता है (Weak Immune System) : ज्यादा तनाव (Stress) लेना हमरी प्रतिरोधक क्षमता (Immune System) को कमजोर कर देता है।
- दिल का दौरे की सम्भावना (Heart Attack) : बहुत ज्यादा तनाव लेने से दिल के दौरे का खतरा काफी बढ़ सकता है।
- सुगर का बढ़ना (Increase in Sugar Level) : अगर कोई किसी चीज के बारे में ज्यादा सोचकर टेंशन लेता है तो तनाव की वजह से उसका शुगर बढ़ सकता है।
- पेट में एसिडिटी (Stomach Acidity) : ज्यादा तनाव लेने से हमारे पेट में एसिडिटी हो सकती है और अगर ये ज्यादा दिन तक रहा तो ये अल्सर में बदल सकता है जिससे जान का भी खतरा हो सकता है।
- सांस लेने में समस्या (Breathing Issue) : ज्यादा स्ट्रेस लेने से हमें सांस लेने में समस्या हो सकती है जो अस्थमा और COPD जैसी बीमारियों का रूप ले सकती है।
- माइग्रेन और शरीर में दर्द (Migraine & Body Pain) : ज्यादा स्ट्रेस लेने से सिर में दर्द हो सकता और इससे माइग्रेन का खतरा भी हो सकता है, साथ ही ज्यादा स्ट्रेस लेने से हमारे गर्दन और कंधे में तेज दर्द हो सकता है।
तनाव (Stress) किन-किन कारणों से हो सकता है ?
तनाव (Stress) के वैसे तो बहुत सारे कारण हो सकते हैं पर हम पहले हम जानते है तनाव के 10 मुख्य कारणों ( 10 Main Reason of Stress ) के बारे में:-
- दबाव (Pressure): किसी भी प्रकार का दबाव तनाव का कारण बन सकता है।
- Threat (धमकी): किसी की सुरक्षा को खतरा या किसी भी प्रकार की धमकी तनाव का कारण बन सकती है।
- निराशा (Frustration): कोई भी काम आपके अनुसार न होने पे आपका निराश होना तनाव का कारण हो सकता है।
- अधिभार (Overload): आपके ऊपर अत्यधिक जिम्मेदारी या काम तनाव का कारण बन सकता है।
- टकराव(Conflict): किसी भी बात की असहमति या विवाद की वजह से तनाव हो सकता है।
- असुरक्षित (Insecure): किसी भी बात को लेके असुरक्षित (Insecure) महसूस करना भी तनाव का कारण बन सकता है।
- हानि (Loss): किसी भी प्रकार की हानि या व्यक्तिगत हानि तनाव का कारण हो सकती है।
- अकेलापन (Loneliness): बहुत ज्यादा अकेलापन मेसूस होना भी तनाव का कारण बन सकता है।
- वित्तीय समस्या (Financial Problem): किसी भी प्रकार की वित्तीय समस्या या ऋृण की वजह से तनाव हो सकता है।
- प्रदर्शन दबाव (Performance Pressure): किसी भी काम में असफल या उम्मीदों पर खरा न उतरने के मानसिक दबाव से तनाव हो सकता है।
स्ट्रेस को कैसे मैनेज करें अच्छी सेहत के लिए | Wellhealthorganic Stress Management Technique
अपनी समस्या के बारे में बात करें
अक्सर लोगों के तनाव होने का कारण होता है की वो अपनी समस्या या कोई ऐसी बात जिसको लेकर वो परेशान है किसी को बता नहीं पाते, ऐसे में आप किसी ऐसे व्यक्ति को ढूंढे जिससे आप अपनी समस्याओं के बारे में बात कर पाएं इससे आपका तनाव काफी कम हो सकता है।
नियमित व्यायाम करें
नियमित व्यायाम या खेलकूद से हमारी बॉडी में एंडोर्फिन निकलते है जो हमारे मूड को ठीक करने और अच्छी नींद लेने में मदद करते हैं इसके लिए आप कोई भी बाहरी गतिविधि जैसे साइकिलिंग, रनिंग, या कोई खेलकूद भी कर सकते है, इसे बहुत ही शक्तिशाली तनाव निवारक माना जाता है।
अपने समय का सही उपयोग करें
समय का सही उपयोग आपके जीवन में तनाव को काफी कम कर सकता है, अपने काम को प्रार्थमिकता दें और किसी भी काम को पूरा करने के लिए एक समय निर्धारित करें, इससे आपको अपने जीवन पर नियंत्रण रखने में काफी मदद मिलेगी।
ना बोलना सीखें
ज्यादातर लोग ऐसे होते है जो किसी को आसानी से न नहीं बोल पाते चाहे वो किसी काम के लिए हो या कोई लेनदेन की बात हो अगर आप ना नहीं बोलेंगे तो आप पे भार बढ़ता जायेगा चाहे वो काम का हो या कोई वित्तीय मामला हो और यही वजह है जो आपको स्ट्रेस में डालता है, तो आप ना बोलना सीखें।
मिंडफुलनेस और योगाभ्यास करें
- माइंडफुलनेस : माइंडफुलनेस का मतलब है वर्तमान में रहना अक्सर ऐसा होता है की हम काम करते समय या वीडियो ही देखते समय अचनाक से किसी और चीज के बारे में सोचने लगते हैं, माइंडफुलनेस हमें हमारा ध्यान वर्तमान में केन्द्रित करने में मदद करता है।
- योगाभ्यास : योग का मतलब है जुड़ना और योगाभ्यास एक शारीरिक, मानसिक और अध्यात्मिक अभ्यास है, जो हम सही आसन में बैठ कर अपनी साँसों पे नियंत्रण यानि ( प्राणायाम ) के साथ ध्यान(Meditation) करते हैं।
स्ट्रेस एक प्रकिर्तिक प्रतिक्रिया है, जो किसी डर, दबाव और असुरक्षितता जैसे कारणों से होता है।
मिंडफुलनेस एक तरह का मानसिक अभ्यास है जिससे हम अपना पूरा ध्यान वर्तमान में केन्द्रित कर सकते है और वर्तमान को अच्छे से जी सकते हैं।
योगाभ्यास एक तरह का शारीरिक मानसिक और अध्यात्मिक अभ्यास है जो हम सही आसन में बैठकर अपने साँसों पे नियंत्रण रखते हुए ध्यान लगाते हैं।
तनाव की वजह से हमें माईग्रेने, हार्ट अटैक, मधुमेह और कुछ अन्य बीमारियों का भी सामना करना पड़ सकता है।
तनाव को हम समय का सही उपयोग करके, योग, माइंडफुलनेस और कुछ अन्य अभ्यासों से काम कर सकतें हैं।
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ध्यान दें: योगाभ्यास और माइंडफुलनेस निरन्तर अभ्यास करने वाली प्रक्रिया है इसके परिणाम में समय लग सकता है अगर आप बड़ी चिंता या तनाव में हैं तो किसी पेशेवर मनोवैज्ञानिक की मदद लें।
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