You are currently viewing कोविड-19 की वापसी: भारत में सक्रिय मामले 1000 के पार, नए वैरिएंट्स से सतर्क रहें

कोविड-19 की वापसी: भारत में सक्रिय मामले 1000 के पार, नए वैरिएंट्स से सतर्क रहें

भारत एक बार फिर कोविड-19 की चपेट में आता नजर आ रहा है। जब सबको लगने लगा था कि कोरोना अब बीते दिनों की बात है, तभी “corona cases” ने एक बार फिर से दस्तक दे दी है। मई 2025 के तीसरे हफ्ते में देश में एक्टिव केसों की संख्या 1000 के पार पहुंच गई है।

हालांकि अब लोग वैक्सीन ले चुके हैं, और इम्यूनिटी भी पहले से बेहतर है, लेकिन कोविड के नए वैरिएंट्स (जैसे JN.1, LF.7, NB.1.8.1) की वजह से फिर से सतर्क रहने की ज़रूरत है। आइए जानते हैं इस नई लहर से जुड़ी सारी ज़रूरी बातें – लक्षण, राज्यवार स्थिति, बचाव के उपाय और एक्सपर्ट्स की सलाह।

भारत में फिर बढ़े corona cases

हाल ही में आई रिपोर्ट्स के अनुसार देश में corona cases की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है। 19 मई 2025 तक देश में 752 नए मामले सामने आए, जिससे कुल सक्रिय केसों की संख्या बढ़कर 1009 हो गई। इस बीच 305 लोग ठीक भी हुए, लेकिन 7 लोगों की मौत की खबर भी सामने आई है – जिनमें से अधिकतर मामले केरल, महाराष्ट्र और कर्नाटक से हैं।

इसे भी पढें-लिवर ट्यूमर से लड़ रहीं दीपिका कक्कड़: जानिए इसके लक्षण, कारण और बचाव के तरीके

किस राज्य में सबसे ज्यादा Corona cases?

corona cases अभी कुछ खास राज्यों में ज्यादा देखे जा रहे हैं:

  • केरल: 430 एक्टिव केस
  • महाराष्ट्र: 209 एक्टिव केस
  • दिल्ली: 104 एक्टिव केस
  • कर्नाटक: 98 केस
  • इसके अलावा बिहार और आंध्र प्रदेश से भी कुछ नए केस सामने आए हैं।

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने खुद माना है कि राजधानी में केस बढ़ रहे हैं और लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।

कौन-कौन से हैं नए वैरिएंट्स?

corona cases

अब जो नए “corona cases” सामने आ रहे हैं, वो पुराने वायरस से थोड़े अलग हैं। अब जो वैरिएंट्स पाए गए हैं, उनमें ये प्रमुख हैं:

  • JN.1
  • LF.7
  • NB.1.8.1

इन वैरिएंट्स की खासियत यह है कि ये तेजी से फैलते हैं, लेकिन ज्यादातर मामलों में लक्षण हल्के होते हैं। फिर भी अगर किसी की इम्यूनिटी कमजोर है या पहले से कोई बीमारी है, तो खतरा बढ़ सकता है।

इसे भी पढें-गर्मियों में शरीर को डिटॉक्स कैसे करें,देसी और असरदार टिप्स जो हर किसी को जाननी चाहिए!

लक्षण वही पुराने, लेकिन सतर्क रहें

कोविड-19 के लक्षण अब भी वही हैं जो शुरू से रहे हैं, जैसे:

हल्का बुखार या तेज बुखार

खांसी और गले में खराश

सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण

सांस फूलना

थकान या कमजोरी

बदन दर्द

अगर आपको इन लक्षणों में से कोई भी महसूस हो रहा है, तो देर न करें – डॉक्टर से संपर्क करें और जांच कराएं।

क्या वैक्सीन अभी भी असरदार है?

बहुत से लोग ये सवाल पूछ रहे हैं कि क्या पुरानी वैक्सीन अब भी काम करती है? एक्सपर्ट्स का मानना है कि वैक्सीन गंभीर बीमारी और मौत से सुरक्षा देती है। लेकिन समय बीतने के साथ इसका असर थोड़ा कम हो सकता है। इसलिए अगर आपको बूस्टर डोज़ लेने का मौका मिले, तो ज़रूर लें।

corona cases बढ़ने पर क्या करें?

corona cases

अगर आपके इलाके में corona cases बढ़ रहे हैं या आपके किसी जानने वाले को कोरोना हुआ है, तो घबराएं नहीं, बल्कि ये आसान से कदम उठाएं:

  1. मास्क पहनें – खासकर भीड़भाड़ वाली जगहों पर।
  2. हाथ धोते रहें – साबुन या सैनिटाइज़र से।
  3. सामाजिक दूरी बनाए रखें – कम से कम 1 मीटर।
  4. भीड़ से बचें – शादी, मेला, बाजार जैसी जगहों पर जाने से बचें।
  5. घर में बुजुर्ग या बीमार लोग हों तो ध्यान रखें – उन्हें संक्रमित व्यक्ति से दूर रखें।

क्या फिर से लॉकडाउन होगा?

फिलहाल तो सरकार की तरफ से कोई लॉकडाउन या प्रतिबंध की बात नहीं हुई है। लेकिन राज्यों को अलर्ट पर रखा गया है। अस्पतालों में तैयारियां शुरू हो चुकी हैं और जांचें भी बढ़ा दी गई हैं।

दिल्ली, कर्नाटक और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि गंभीर सांस की बीमारी वाले मरीजों का तुरंत कोविड टेस्ट किया जाए।

corona cases के पीछे की असल वजह क्या?

विशेषज्ञों का मानना है कि दो मुख्य कारण हैं:

  1. नए वैरिएंट्स – जो पहले से ज्यादा तेजी से फैलते हैं।
  2. लोगों की लापरवाही – बिना मास्क घूमना, भीड़ में जाना, लक्षण छिपाना।

जब तक हम अपनी जिम्मेदारी नहीं समझेंगे, तब तक हर साल कोरोना लौट सकता है। इसलिए जरूरी है कि हम अपने और अपने आसपास के लोगों की सुरक्षा का ध्यान रखें।

एक्सपर्ट्स क्या कह रहे हैं?

AIIMS दिल्ली और ICMR के विशेषज्ञों का कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन corona cases को नजरअंदाज भी नहीं किया जा सकता। बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और पहले से बीमार लोग सबसे ज्यादा खतरे में हैं।

डॉक्टर्स की सलाह है कि:

  • अगर हल्का बुखार भी हो, तो आराम करें और डॉक्टर से बात करें।
  • घरेलू इलाज पर निर्भर न रहें, सही समय पर जांच करवाएं।
  • कोविड का टेस्ट अब भी ज़रूरी है, खासकर अगर आप किसी भी लक्षण को अनुभव करते हैं।

कोरोना खत्म नहीं हुआ है। भले ही मामले पहले जैसे गंभीर न हों, लेकिन corona cases की वापसी ये बताती है कि हम ज़रा भी ढिलाई नहीं कर सकते। ज़िम्मेदार नागरिक बनें, ज़रूरी सावधानियां बरतें और हेल्थ एक्सपर्ट्स की सलाह को फॉलो करें।

अगर हम सब मिलकर सतर्क रहें, तो इस नई लहर को भी रोक सकते हैं। याद रखें, सतर्कता ही सबसे बड़ी सुरक्षा है।

अगर आपको यह जानकारी उपयोगी लगी हो, तो अपने दोस्तों और परिवार के साथ जरूर शेयर करें।
आप चाहें तो इससे जुड़ी हेल्थ टिप्स, घरेलू नुस्खे और हेल्थ एक्सपर्ट्स की राय वाले आर्टिकल्स भी मुझसे मंगवा सकते हैं।

Leave a Reply